Facts About hanuman chalisa Revealed

श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मन मुकुर सुधारि।

lāyaLāyaBrought sanjīvaniSanjīvaniA lifestyle LakhanaLakhanaLakshman, brother of Lord Rama jiyāeJiyāeSaved / revived

भावार्थ – हे हनुमान जी! [जन्म के समय ही] आपने दो हजार योजन की दूरी पर स्थित सूर्य को [कोई] मीठा फल समझकर निगल लिया था।

tinoTinoThree lokLokWorlds hānkaHānkaFear te kāpaiTe kāpaiShake / tremble Meaning: You by yourself can endure your very own energy/splendor. All three worlds (Svarka, Patala and Pritvi) would tremble at your roar.

All troubles cease for that 1 who remembers the highly effective lord, Lord Hanuman and all his pains also come to an conclusion.

श्याम-श्याम भजि बारंबारा । सहज ही हो भवसागर पारा ॥ इन सम देव न दूजा कोई ।..

. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं

सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया - भजन

बिकट रूप धरि लङ्क जरावा ॥९॥ भीम रूप धरि असुर सँहारे ।

The king from the gods, Indra, responds by telling his spouse which the residing being (monkey) that bothers her is usually to be found as a colleague, Which they need to make an work to coexist peacefully. The hymn closes with all agreeing that they must come jointly in Indra's home and share the wealth with the offerings.

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व्याख्या – संसार में मनुष्य के लिये चार पुरुषार्थ हैं – धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष। भगवान के दरबार में बड़ी भीड़ न हो इसके लिये भक्तों के तीन पुरुषार्थ को हनुमान जी द्वार पर ही पूरा कर देते हैं। अन्तिम पुरुषार्थ मोक्ष की प्राप्ति के अधिकारी श्री हनुमन्तलाल जी की अनुमति से भगवान के सान्निध्य पाते हैं।

जनम जनम के दुख बिसरावै ॥३३॥ अन्त काल रघुबर पुर जाई ।

भावार्थ – अन्त समय में मृत्यु होने पर वह भक्त प्रभु के परमधाम (साकेत–धाम) जायगा और यदि उसे जन्म लेना पड़ा तो उसकी प्रसिद्धि हरिभक्त के रूपमें हो जायगी।

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